ऐसा कई बार होता है जब सूरज ढलने के साथ ही अजीब सी बेचैनी होने लगती है

ऐसा अधिकतर लोगों के साथ होता है

इसे सनडाउनिंग सिंड्रोम कहते हैं

सनडाउनिंग सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है

इसमें सूरज ढलने के साथ ही पीढ़ित व्यक्ति के मनोभाव बदलने लगते हैं

ऐसा व्यक्ति सूरज के ढलने पर दुख, अवसाद, चिंता, चिड़चिड़ाहट का शिकार होता है

ऐसा बहुत लोगों के साथ होता है लेकिन लोगों को पता नहीं होता है

सिंड्रोम में सूरज ढलने के साथ ही इंसान का मनोबल गिर जाता है

और लोग अंदर से कमजोर महसूस करने लगते हैं

इसे सही करने के लिए अच्छी नींद लें और पसंदीदा गाना सुनें.