भारतीय रेलवे में हर वर्ग के लोगों के लिए सर्विस होती है. एक ट्रेन में जनरल से लेकर स्लीपर और एसी कोच होते हैं. जितना ज्यादा किराया उतना ज्यादा कंफर्ट. एसी में भी कई तरह के कोच होते हैं - थर्ड एसी, सेकेंड एसी और फर्स्ट एसी. पर्सनल कैबिन आदि की फैसेलिटी की वजह से फर्स्ट एसी काफी महंगा होता है. लेकिन सेकंड और थर्ड एसी में क्या फर्क है? सेकंड एसी कोच की बर्थ में थर्ड एसी की तरह मिडिल बर्थ नहीं होती है. कम सीट होने से यात्रियों को ज्यादा बैठने की जगह मिलती है. थर्ड एसी की तुलना में सेकंड एसी की सीट आरामदायक होती है. सेकंड एसी के सीटों की क्वालिटी और साइज बेहतर होता है.