आपने अक्सर तारा, तारामंडल और आकाशगंगा जैसे शब्द जरूर सुने होंगे लेकिन, क्या आप इन शब्दों के बारे में जानते हैं दरअसल, तारा गर्म गैसों का बहुत बड़ा पिंड होता है इसमें से आग की बड़ी-बड़ी लपटें निकल रही होती हैं तारों की दूरी प्रकाश वर्ष में मापी जाती है तारों के समूह जो अलग–अलग प्रकार की आकृति बनाते हैं, तारामंडल कहलाते हैं लघु सप्तऋषि या अर्सा माइनर इसी प्रकार का एक तारामंडल है आकाशगंगा तारों की एक व्यवस्था है जिसमें बड़ी संख्या में गैस के बादल पाए जाते हैं गैस के बने इन्हीं बादलों में नए तारों का जन्म होता है एक आकाशगंगा में एक दूसरे के करीब रहने वाले अरबों तारे शामिल होते हैं