कहा जाता है कि जामा मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है इसे मुगल सम्राट शाहजहां ने 1656 में बनवाया था हालांकि, भोपाल की वाके ताज-उल-मस्जिद देश की सबसे बड़ी मस्जिद है इस मस्जिद की तामीर 1868-1901 के बीच शाहजहां बेगम से कराई गई थी ताज-उल-मस्जिद का मतलब 'मस्जिदों का ताज' होता है भोपाल की यह मस्जिद जामा मस्जिद से 33 फीसदी बड़ी है यहां 1,75,000 नमाजी एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं जामा मस्जिद में महज 25,000 लोग ही नमाज पढ़ पाते हैं ताज-उल-मस्जिद का डिजाइन जामा मस्जिद पर आधारित है यह मस्जिद कवर क्षेत्र के मामले में सबसे बड़ी मस्जिद है