कई बार आसमान में टूटता हुआ तारा नजर आता है

अलग-अलग देशों में इसे लेकर अलग-अलग मान्यताएं प्रचलित हैं

हालांकि, असल में टूटता तारा कोई तारा नहीं होता है

हम जिसे टूटता हुआ तारा कहते हैं वो उल्का पिंड होते हैं

अंतरिक्ष में लाखों उल्कापिंड घूमते रहते हैं

कभी-कभी ये धरती के वायुमंडल में प्रवेश कर जाते हैं

वायुमंडल में प्रवेश करते ही ये तेजी से नीचे गिरते हैं

घर्षण के कारण इनमें आग लग जाती है

जिसकी वजह से ये चमक उठते हैं

इस वजह से टूटता हुआ उल्का, टूटते हुए तारे जैसा दिखता है