आजकल हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं

पहले इसे 60 साल से ऊपर वाले लोगों की बीमारी माना जाता था

अब 18-20 साल तक के लड़के भी इसका शिकार हो रहे हैं

हार्ट अटैक आने पर लोगों को बचाव के केवल कुछ ही मिनट मिलते हैं

हार्ट अटैक आते ही तुरंत दें CPR

इससे काफी हद तक मरीज की जान बचाई जा सकती है

CPR के तुरंत बाद मरीज को निजी अस्पताल में भर्ती करवाएं

जिससे उसकी एंजियोग्राफी कर आगे का इलाज शुरू कर सकें

कई बार मरीज की नसें ब्लॉक हो जाती हैं

ऐसे में मामले में तुरंत सर्जरी की भी जरूरत पड़ जाती है.