लक्षद्वीप भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश है

यहां का एरिया केवल 32.62 वर्ग किमी है और ये 36 छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है

सरदार वल्लभभाई पटेल ने अगस्त 1947 में लक्षद्वीप पर भारत का झंडा लहराया

आजादी के बाद 1 नवंबर 1956 में लक्षद्वीप का केंद्र शासित प्रदेश के रूप में गठन हुआ

तब उसे लक्कादीव-मिनिकॉय-अमीनदीवी के नाम से जाना जाता था

1 नवंबर 1973 को इसे नया नाम लक्षद्वीप दिया गया

इसे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा भौगोलिक कारण से दिया गया था

यहां से हिंद महासागर और अरब सागर दोनों पर नजर रखी जा सकती है

लक्षद्वीप सेना और बिजनेस के हिसाब से भी बड़ा महत्व रखता है

भारत की सुरक्षा के लिहाज से ये काफी अहम माना जाता है.