चेकबुक से जुड़े नियम हर खाताधारक के लिए जरूरी होते हैं

चेक एक वित्तीय संस्थान या व्यक्तिगत कैश निकासी की लिखित गारंटी होता है

बैंक चेक को लेनदेन करने का सुरक्षित तरीका माना जाता है

कई बार चेक के पीछे की तरफ साइन किया गया होता है

इसका बैंक की भाषा में एक खास मतलब होता है

सिर्फ बियरर्स चेक पर ही पीछे की तरफ साइन किया जाता है

ये चेक बैंक में जाकर जमा कराया जाता है और इसमें किसी का नाम नहीं होता

बैंक इस चेक को सहमति से जारी किया गया ट्रांजेक्शन मानता है

इस चेक की मदद से कोई भी कैश बैंक से निकाल सकता है

साथ ही इस तरह के चेक से हुए फ्रॉड की जिम्मेदारी बैंक की नही होती.