यमुना किनारे से ताजमहल में अंदर जाने के लिए एक खास दरवाजा बनवाया गया था

इसके रास्ते बादशाह शाहजहां ताजमहल के अंदर जाते थे

यह दरवाजा आज भी लोगों के लिए रहस्य बना हुआ है

ताजमहल का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने करवाया था

शाहजहां के जीवत रहते ही बेटों में सिंहासन की युद्ध छिड़ गया

युद्ध में औरंगजेब अपने भाई दारा शिकोह को हरा दिया

इसके बाद उसने शाहजहां को बंदी बनाकर आगरा के किले में रखा

करीब 8 साल की कैद के बाद जनवरी 1666 में शाहजहां बीमार पड़ गए

74 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई

कहा जाता है कि यमुना के रास्ते शाहजहां के शव को ताजमहल में दफनाने के लिए लाया गया था

इस मंजर को देखकर ताजमहल में मौजूद हर कोई मायूस हो गया था

इस दिन ताजमहल के चारों ओर मायूसी की काली घटा छा गई थी