मुगल बादशाह शाहजहां के जिंदा रहते ही उनके बेटों में गद्दी के लिए जंग छिड़ गई थी

शाहजहां अपने बेटे दारा शिकोह को अपने बाद मुगल बादशाह के रूप में देखना चाहता था

लेकिन 1657 में उनके बीमार पड़ते ही तख्त के लिए मुगल शहजादों में जंग छिड़ गई

तख्त के लिए दारा को सबसे बड़ी चुनौती औरंगजेब से मिली

जिसके बाद दोनों के बीच सामूगढ़ की जंग लड़ी गई

30 मई 1658 को औरंगजेब और दारा आगरा से 13 किलोमीटर दूर एक दूसरे से भिड़े

इस युद्ध में औरंगजेब ने दारा को शिकस्त दे दी

जीत के बाद औरंगजेब ने आगरा के किले पर कब्जा जमा लिया

8 जून 1658 को औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को गद्दी से हटा दिया

इसके बाद उसने उनको बंदी बना कर जेल में डाल दिया