लंका से आने की अवधि में वे विभिन्न स्थानों पर रुकते हुए आए थे श्रीराम

भगवान राम और उनके साथियों की इस यात्रा में पुष्पक विमान उनका वाहन बना

कुबेर का पुष्पक विमान उन्हें वायु मार्ग से अयोध्या लेकर गया था

अयोध्यावासियों ने उनके आगमन पर भव्य स्वागत किया था

शास्त्रों में कहा जाता है, राम शिव को जपते हैं और शिव राम को दोनों में कोई भी फर्क नहीं है

जब भगवान राम चौदह वर्ष का वनवास काल समाप्त करने के बाद अयोध्या आए तब शिवजी ने प्रसन्न होकर उनके स्वागत में यह स्तुति गाई थी

वहीं, एआई ने दिखाया है कि इस दिन सीता माता ने अयोध्या पहुंचकर दीपक जलाए थे

उस दिन पूरी अयोध्या दीपों से जगमगा रही थी

एआई ने दिखाया है कि राम-सीता अयोध्या पहुंचने पर काफी खुश थे 

भगवान राम ने अयोध्या पहुंचते ही सबसे पहले अपने प्रिय भाई भरत को गले लगाया था.