धर्म शास्त्र में संसार को नश्वर माना गया है

एक ना एक दिन पृथ्वी का अंत होना निश्चित है

ग्रीन हाउस गैस में इजाफे के साथ बिगड़ रही है पृथ्वी की सेहत

तापमान में बेतहाशा इजाफा होने से पौधे नष्ट होते है

इसके अलावा धरती पर अधिकांश जीवित प्रजातियां भी खत्म हो जाती है

इन वजहों से पृथ्वी पर ऑक्सीजन की कमी हो जाती है

वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी का निधन 5 से 7 अरब वर्षों के बीच हो सकता है

कहते है एक वक्त पर सूर्य एक विशाल हीलियम के गोले में बदल जाएगा

जिससे धरती पर तेज गर्मी होगी जिसे झेलना मुश्किल होगा

अंत में धरती की सतह पूरी तरह से खत्म हो जाएगी.