रामचरितमानस में भगवान राम के चरित्र को वर्णित किया है

इसकी रचना तुलसीदास जी ने की है

भक्ति में लीन तुलसीदास को एक बार हुनुमान जी के दर्शन हुए थे

उत्तर प्रदेश सरकार के पाठ्यक्रम में इसका जिक्र है

हनुमान जी ने बताया कि भगवान राम के दर्शन चित्रकूट में होंगे

फिर तुलसीदास ने चित्रकूट में जाकर श्री राम के दर्शन किए

साल 1631 में तुलसीदास ने रामचरित मानस का रचना शुरू की

उन्होंने इसकी रचना काशी के अस्सी घाट में की

2 वर्ष 7 माह 26 दिनों में रामचरितमानस लिखीं गई

साल 1633 में तुलसीदास ने रामचरित मानस का रचना पूरी की