कुतुबुद्दीन ऐबक सुल्तान मुहम्मद गोरी का एक गुलाम था वर्ष 1206 में गोरी ने कुतुबुद्दीन ऐबक को अपना वारिस बनाया उसने तराइन के द्वितीय युद्ध के बाद भारत में तुर्की सल्तनत के विस्तार में अहम भूमिका निभाई थी गोरी के मृत्यु के बाद ऐबक ने भारत में एक नए सल्तनत की नींव रखी जिसे इतिहास में दिल्ली सल्तनत के नाम से जाना जाता है वह गुलाम वंश का पहला सुल्तान बना गुलाम वंश को मामलुक वंश के नाम से भी जाना जाता है भारत में दिल्ली सल्तनत पर शासन करने वाला पहला मुस्लिम राजवंश था 1206 में दिल्ली के पहले सुल्तान कुतुबुद्दीन ऐबक की लाहौर में ताजपोशी हुई थी