प्रथम विश्व युद्ध खत्म होने के बाद फलस्तीन पर ओटोमन का साम्राज्य खत्म हुआ

इसके बाद ब्रिटेन ने इसे अपने कब्जे में ले लिया

ब्रिटेन यहूदियों के लिए अलग निवास स्थान बनाने का समर्थन कर रहा था

1922 से 1947 के बीच बड़ी संख्या में दुनियाभर के यहूदी फलस्तीन पहुंचने लगे

फलस्तीन के इलाके में यहूदियों की सख्या बढ़ने लगी

1947 में संयुक्त राष्ट्र में इजरायल और फलस्‍तीन दो देश बनाने का प्रस्‍ताव पारित हुआ

1948 में फलस्तीन से इजरायल को अलग कर दिया गया

इजरायल को 55 फीसदी और फलस्‍तीन को 45 फीसदी हिस्सा दिया गया

1948 में इजरायल ने वेस्‍ट बैंक और गाजा पट्टी पर कब्‍जा किया

इसके बाद इजरायल 72 प्रतिशत जमीन का मालिक बन गया