चेरामन पेरुमल कोडंगलूर के शासक थे वो एक बार मक्का के सफर पर गए थे वहां उन्होंने इस्लाम कबूल कर लिया था जिसके बाद उन्होंने अपना नाम ताजुद्दीन रखा कहा जाता है कि इसके बाद उनकी शादी जेद्दा के राजा के बहन के साथ हो गई मक्का के सफर से लौटने के बाद उन्होंने केरल में एक मस्जिद बनवाई यह भारत की पहली जामा मस्जिद थी जिसका नाम चेरामन जुमा मस्जिद है हिंदुस्तान में पहली बार जुमा की नमाज भी चेरामन मस्जिद में पढ़ी गई थी यह मस्जिद केरल के कोडंगलूर के मेथला गांव में स्थित है