सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे प्रथम स्थान पर आता है ये गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल बंदरगाह के पास स्थित है इस मंदिर को लेकर यह मान्यता है कि स्वयं चंद्रदेव ने इस शिवलिंग की स्थापना की थी सोमनाथ नाम पड़ने के पीछे का कारण यह है कि चंद्रमा का एक नाम सोम भी है इसलिए इस ज्योतिर्लिंग का नाम सोमनाथ पड़ा यह मंदिर देश के सबसे प्राचीनतम तीर्थस्थानों में से एक है इसका जिक्र स्कंदपुराण, श्रीमद्भागवत गीता, शिवपुराणम आदि प्राचीन ग्रंथों में भी किया गया है यह मंदिर तीन भागों में विभाजीत है इसका शिखर 150 फीट ऊंचा है इसके शिखर पर स्थित कलश का भार 10 टन है महमूद गजनी ने सोमनाथ पर सबसे पहले 1025 में हमला किया था