छत्रपति शिवाजी महाराज को मुगल बादशाह औरंगजेब ने धोखे से बंदी बना लिया

जिसके बाद वह और उनके पुत्र किसी तरह वहां से निकलने में कामयाब रहें

मराठों और मुगलों के बीच 1670 तक शांति बनी रही

 संभाजी को दी गई बराबर की जागिर को मुगलों ने वापस ले लिया

इसके जवाब में शिवाजी ने मुगलों के कई इलाकों पर हमला कर उन्हें वापस ले लिए

शिवाजी ने ये हमले केवल चार महीने के अंदर किए थे

शिवाजी ने अपने सैन्य रणनीति के चलते दक्कन और पश्चिमी भारत में एक बड़ा हिस्सा हासिल कर लिए

6 जून 1674 को रायगढ़ में शिवाजी को मराठों के राजा के रूप में ताज पहनाया गया

छत्रपति में छत्र का मतलब होता है मुकुट जिसे देवताओं या पवित्र पुरुष पहनते हैं

शिवाजी अपने आप को एक सम्राट नहीं बल्कि एक रक्षक माना इसलिए उन्हें ये उपाधि दी गई थी