इस्लाम में रमजान को बहुत पवित्र माना जाता है

और कुछ लोग इस महीने में हज यात्रा पर भी जाते हैं

लेकिन कुछ मुसलमान ऐसे भी हैं जो न रोजा रखते हैं और न हज जाते हैं

ये मुसलमान न ही जालीदार टोपी पहनते हैं

और न ही मुस्लिम औरतें बुर्का पहनती हैं

ऐसे मुसलमानों को इस्माइली मुस्लिम कहा जाता है

ये शिया इस्लाम का ही हिस्सा हैं

इन मुसलमानों के यहां मस्जिदें नहीं बल्कि जमातखाने होते हैं

उन्हें लगता है साल में सारे दिन खुदा के ही हैं, ऐसे में एक महीना ही क्यों

साथ ही जमातखाने में भी महिला-पुरुष साथ में इबादत करते हैं.