ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ईरान के रहने वाले थे

वह भारत में लगभग 1192 ई. में आए थे

उनका जन्म 141-42 ई. में ईरान के सिजिस्तान में हुआ था

उन्होंने भारत में चिश्तिया सिलसिले की स्थापना की थी

बता दें कि सूफीवाद भाईचारे की शिक्षा देता है

15 मार्च 1236 ईस्वी को उनका निधन राजस्थान के अजमेर में हुआ

जिसके बाद उनके चाहने वालों ने उनको उसी स्थान पर दफनाकर उनकी कब्र बना दी

बाद में यहां भव्य मकबरे का निर्माण करवाया गया

जिसे ख्वाजा मोइनुद्दीन का मकबरा कहा जाता है

बता दें कि इस मकबरे का निर्माण मुगल बादशाह हुमायूं ने करवाया था

बाद में हैदराबाद के निजाम ने इसमें एक दरवाजा तामीर करवाया था