तुलसीदास अपनी रामचरित मानस की रचना के लिए जानें जाते हैं

ये हिंदु धर्म का प्रमुख महाकाव्य है

तुलसीदास का जन्म राजापूर (चित्रकूट) में हुआ था

उनके पिता का नाम आत्मा राम दुबे था

उनकी माता का नाम हुलसी था

जन्म के कुछ समय बाद उनके सिर से मां-बांप का साया उठ गया

उन्हें संत नरहरिदास के आश्रम में जगह मिली

वहीं तुलसीदास ने रामकथा सुनी थी

1633 में उन्होंने रामचरित मानस की रचना पूरी की

उत्तर प्रदेश सरकार के पाठ्यक्रम में इसका जिक्र है