छत्रपति शिवाजी ने साल 1659 में अफजल खान को वाघ-नख से मौत के घाट उतार दिया था



आइए जानते हैं कौन था अफजल खान और क्या थी वाघ नख की कहानी



बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अफजल खान एक लंबा और हट्टा-कट्टा आदमी था जिसका असली नाम अबदुल्ला भटारी था



अफजल खान की लंबाई लगभग 7 फीट थी. वह बीजापुर की आदिल शाही सल्तनत का सेनापति था और उसे बड़ी-बड़ी लड़ाईयों का अनुभव था



साल 1656 के बाद बीजापुर में औरंगजेब की सेना ने हमला किया था तो अफजल खान ने उन सेनाओं का डटकर सामना किया और जीत हासिल की थी



अफजल खान और शिवाजी के परिवार की दुशमनी बहुत पहले से थी



शुरुआत में शिवाजी के पिता शहाजी राजे भोसले और अफजल खान बीजापुर के लिए काम करते थे



1648 में अफजल खान ने शहाजी पर देशद्रोह का आरोप लगाकर जंजीरों से बांधकर बीजापुर तलब किया था इसलिए शिवाजी के मन में उसकी छवि अच्छी नहीं थी



साल 1959 में बीजापुर की बड़ी बेगम ने शिवाजी को मारने के लिए अफजल खान को कोंकण भेजा



शिवाजी को धोखे से मारने की साजिश रची गई, जिसकी शिवाजी को भनक लग गई. जब वह अफजल खान से मिलने गए तो मौका मिलते ही हथेली में छिपाए वाघ-नख से उस पर हमला कर दिया