आपने रावण के पुत्रों के बार में सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है रावण की एक बेटी थी. रावण की बेटी का नाम सुवर्णमछा या सुवर्णमत्स्य था. ग्रंथों के अनुसार रावण की बेटी बहुत सुंदर थी. सुवर्णमछा का शरीर सोने की तरह दमकता था. जिस वजह से उसे सोने की जलपरी भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है कि सुवर्णमछा को हनुमान जी से प्रेम हो गया था. राम सेतु के निर्माण के दौरान जब वानरसेना की ओर से डाले जाने वाले पत्थर गायब होने लगे तो हनुमानजी ने समुद्र में उतरकर देखा कि आखिर ये चट्टानें जा कहां रही हैं? हनुमान जी को पता चला पानी के अंदर रहने वाले लोग पत्थर और चट्टानें उठाकर कहीं ले जा रहे हैं. जब हनुमान जी ने उनका पीछा किया तो देखा कि एक मत्स्य कन्या उनको इस कार्य के लिए निर्देश दे रही है. तब सुवर्णमछा से हनुमान जी की मुलाकरात हुई और हनुमानजी को देखते ही उसे उनसे प्रेम हो गया.