मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप के सेनापति का नाम हकीम खान सूरी था

इसका जन्म 1538 में हुआ था

महाराणा प्रताप का साथ देने के लिए बिहार से मेवाड़ आया था हकीम

इसके बाद महाराणा ने हकीम को मेवाड़ का सेनापति घोषित कर दिया

सेनापति हकीम के बिना हल्दीघाटी युद्ध का जिक्र नहीं किया जा सकता है

हल्दीघाटी का युद्ध 1576 में हुआ था

हकीम खान सूरी महाराणा प्रताप के लिए अकबर के सेना के सामने खड़ा हो गया था

महाराणा का सेनापति मुस्लिम होने के बाद भी मुगलों के खिलाफ लड़ा था जंग

हल्दीघाटी युद्ध में सबसे पहले हकीम खान ने किया था मुगलों पर हमला

इस हमले से मुगल सेना में मच गया थी खलबली

सन 1576 में हल्दीघाटी युद्ध के दौरान महाराणा प्रताप के सेनापति हकीम खान सूरी की मृत्यु हो गई