आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में दो या तीन पिन प्लग का इस्तेमाल होता है क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों है? पिन की संख्या दो चीजों पर निर्भर करती हैं पहली, देश में उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रिकल आउटलेट के टाइप दूसरी, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के सेफ्ट्री स्टैंडर्ड BIS के अनुसार, सभी भारी इलेक्ट्रिक डिवाइस में तीन-पिन प्लग होने चाहिए इनमें बिजली के झटके या आग लगने का खतरा कम होता है भारत में पहले ब्रिटिश स्टाइल के तीन-पिन प्लग का सिस्टम था आजादी के बाद, भारत ने दो-पिन सिस्टम पर स्विच किया आसानी से इंस्टॉल होने की वजह से इनसे दूर-दराज के क्षेत्रों में बिजली पहुंचाई गई