शराब एक ऐसा विषय है जिसे कुरान में कई आयतों में छुआ गया है

अल्कोहल में कोई भी पेय शामिल हो सकता है

इसमें अल्कोहल का एक निश्चित प्रतिशत होता है

यह शराब, बीयर आदि सहित एक नशीला पदार्थ है

कुरान में शराब और नशीले पदार्थों के सेवन की मनाही है

दरअसल, मस्तिष्क पर शराब के हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं

इसके अलावा, शराब पीने के बाद शख्स पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है

इस्लाम के अनुसार, शराब पीने से आत्मा काली पड़ जाती है

शराब पीने के बाद शरीर कमजोर पड़ने लगता है

इसके लगातार पीने से इंसान को कई बीमारियां घेर लेती हैं.