एक्सपर्ट की मानें तो ग्रहों के आकार के पीछे दो चीजें काम करती हैं

पहली है घूर्णन (rotation) और दूसरा है गुरुत्व (gravity)

दरअसल, इस ब्रह्मांड में मौजूद हर चीज में एक भार होता है

जिस भी चीज में भार होता है उसे गुरुत्व का अनुभव जरूर होता है

कोई भी भार वाली चीज अपने आसपास मौजूद सभी चीज को अपने भीतर खींचना चाहती है

ये खिंचाव परमाणु स्तर तक का होता है

गुरुत्व के कारण सभी एक केंद्र की ओर खिंचाव महसूस करते हैं

साथ ही घूर्णन की वजह से एक केंद्र में इकट्ठा हुई चींजें अपनी जगह पर धीरे-धीरे घूंमने लगती हैं

बाद में ये पूरी प्रक्रिया एक आकार लेने लगती है जो गोलाकार होता है

इसलिए ज्यादातर ग्रहों का आकार गोलाकार जैसे आकार का होता है