दूध या पानी का टैंकर गोल ही होता है

सवाल ये है कि कोई और शेप क्यों नहीं होता है?

गोल टैंकर की शुरुआत सबसे पहले पेट्रोल के लिए ही हुई थी

अब सभी तरह के तरल पदार्थों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाने लगा है

अगर टैंकर गोल (बेलनाकार) होता है तो उसमें अधिक मात्रा में तरल पदार्थ भरा जा सकता है

इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण भी है

जब भी किसी तरल पदार्थ को किसी चीज़ में रखते हैं तो पदार्थ एक प्रेशर जेनरेट करता है

जिससे बाहर की तरफ कोनों के जरिए बल लगता है

टैंकर के कोने प्रेशर की वजह से जल्दी खराब हो जाएंगे

जबकि गोल होने पर प्रेशर पड़ने पर तरल पदार्थ बाहर नहीं आएगा.