हमेशा से ही आप फिल्मों में प्रेम करने वालों के लिए एक दिलचस्प वाक्य सुनते आ रहे है 'हंसों का जोड़ा'

क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर दो हंसों का जोड़ा ही क्यों बोला जाता है

कहा जाता है कि हंस विनम्र स्वभाव वाला पक्षी होता है

यह अपने साथी हंस से बहुत प्रेम करता है

हंसों के जोड़े के बीच इतना गहरा प्रेम होता है कि वे आजीवन एक-दूसरे के साथ रहते हैं

माना जाता है कि हंसों में अलगाव की संभावना सिर्फ 6 फीसदी होती है

इसलिए जिन लोगों के बीच बहुत गहरा प्रेम होता है लोग अक्सर उन्हें हंसों का जोड़ा कहकर पुकारते हैं

हंस का हिंदू धर्म में खास महत्व है

यह ज्ञान की देवी मां सरस्वती का वाहन है

इसलिए यह हिंदुओं के लिए बेहद खास होता है