कई दवाइयां बेहद रंग-बिरंगी होती हैं लेकिन आखिर दवाइयां रंग-बिरंगी क्यों होती हैं? क्या इनके रंगों से बीमारी का भी कोई संबंध है? अगर आपके मन में भी इस तरह के कई सवाल हैं तो चलिए जानते हैं इन सवालों के जवाब कैप्सूल्स बनाने के लिए 75000 से ज्यादा कलर कॉन्बिनेशन का इस्तेमाल होता है दवाइयों के रंग से बीमारियों का भी थोड़ा बहुत संबंध है अच्छी नींद के लिए ज्यादातर मरीजों को हल्के नीले रंग की दवाइयां दी जाती हैं वहीं मरीज को बीमारी से जल्द आराम के लिए लाल रंग की दवाइयां दी जाती हैं स्वाद और गंध के आधार पर भी दवाइयों का रंग तय किया जाता है