मुगल बादशाह शाहजहां 1657 में बहुत बीमार पड़ गया

इसके बाद उसके जीते जी बेटों में सिंहासन के लिए संघर्ष शुरू हो गया

तख्त के लिए औरंगजेब और दारा शिकोह एक दूसरे के खून के प्यासे हो गए

10 मई 1658 को आगरा के पास सामूगढ़ में दोनों के बीच युद्ध हुआ

जिसमें औरंगजेब ने दारा को शिकस्त दे दी

इसके बाद उसने शाहजहां को आगरा किला में बंदी बना लिया

इतिहासकारों के मुताबिक शाहजहां अपने लिए महताब बाग में काला ताजमहल बनवाना चाहता था

वह सफेद ताजमहल और काला ताजमहल के बीच यमुना पर पुल का निर्माण करवाना चाहता था

उसकी वसीयत थी कि उसे महताब बाग में दफन किया जाए

मगर, औरंगजेब ने वसीयत को नजरअंदाज कर शाहजहां को ताजमहल में ही दफन कर दिया था