हिंदू धर्म में सिंदूर सुहाग का प्रतीक होता है. इसे महिलाएं अपनी मांग में लगाती है. फिर क्यों छठ पूजा में बिहार की महिलाएं सिंदूर को सर से लेकर नाक तक लगाती हैं? इसमें नाक की छोर से सिंदूर की लाइन शुरू होकर माथे तक जाती है. ऐसी मान्यता है कि इस तरह सिंदूर लगाने से घर परिवार में सुख संपन्नता बनी रहती है. कहा जाता है कि सिंदूर की रेखा जितनी लंबी होगी उतनी ही लंबी पति की उम्र होगी. साथ ही रेखा पति की तरक्की को दिखाती है. छठ पूजा की ये भी मान्यता है कि ऐसे सिंदूर लगाने से महिला की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. कहा जाता है कि अगर किसी कुंवारी कन्या के ऊपर ये सिंदूर गिरता है तो उसकी शादी जल्दी होती है. इस सिंदूर का रंग भी अलग होता है. यह नारंगी रंग का होता है. नारंगी सिंदूर का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है क्योंकि इसे भगवान को चढ़ाने के लिए शुभ मानते हैं.