व्यक्ति हो या जानवर रोना एक नेचुरल प्रक्रिया है बिल्ली को लोग पालने के लिए घरों में लाते हैं अकेलापन महसूस करने पर वह रोने लगती हैं बीमार होने पर बिल्ली भी रोकर अपना दर्द बताने की कोशिश करती है उम्र बढ़ने पर बिल्लियां परेशान रहने लगती हैं और वह रोना शुरू कर देती हैं प्रेग्नेंट होने पर बिल्लियों के बॉडी में कई बदलाव देखने को मिलते हैं इसी कारण वह टेंशन में आ जाती हैं और रोना शुरू कर देती हैं बिल्ली को जब भूख लगती है तो वह रोना शुरू कर देती है माना जाता है कि बिल्ली का रोना एक निगेटिव एनर्जी क्रिएट करता है यह परविार के सदस्यों की हेल्थ, ग्रोथ की लिहाज से बिल्कुल ठीक नहीं है