रक्षाबंधन भारतीय त्योहारों में महत्वूर्ण स्थान रखता है

धार्मिक किताबों के मुताबिक इस त्योहार की शुरुआत 6 हजार साल पहले हुई थी

कुछ इतिहासकारों के मुताबिक रक्षाबंधन की शुरुआत राजस्थान से हुई थी

रक्षाबंधन के मौके पर चित्तौड़ की रानी कर्णावती की जिक्र जरूर होती है

क्योंकि रानी कर्णावती ने मुगल बादशाह हुमायूं को राखी भेजी थी

1534 में गुजरात का सुल्तान बहादुर शाह ने चित्तौड़ पर हमला कर दिया था

उन्होंने हुमायूं को भाई मानते हुए राखी भेजी और सहायता का अनुरोध किया

उसने अपनी पूरी फौज के साथ रानी की मदद के लिए चित्तौड़ निकला

हुमायूं के पहुंचने से पहले ही गुजरात के सुल्तान ने चित्तौड़ फतेह कर लिया था और रानी ने जौहर

गुस्साए हुमायूं ने अपनी पूरी ताकत के साथ गुजरात पर हमला कर बादशाह के सेनापती को रौंद दिया था