सुब्रत रॉय का सामान्य जिंदगी से बड़े कारोबारी बनने तक का सफर काफी दिलचस्प रहा

गंभीर बीमारी से लड़ने के बाद मंगलवार को उनकी मृत्यु हो गई

सुब्रत ने करियर की शुरुआत नमकीन स्नैक्स बेचने से की थी

वह अपनी लैंब्रेटा स्कूटर पर जया प्रोडक्ट के नाम से स्नैक्स बेचते थे

1978 में उन्होंने गोरखपुर में एक छोटे से ऑफिस से सहारा की नींव रखी थी

लाखों लोग इससे जुड़े गए और देखते ही देखते सुब्रत रॉय सहाराश्री बन गए

कारगिल युद्ध में सहारा ने शहीदों परिवारों को आर्थिक सहायता दी थी

इस योगदान के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनकी तारीफ की थी

इनके पतन की शुरुआत सहारा ग्रुप की कंपनी प्राइम सिटी के IPO से हुई

इसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.