साही (Porcupine) अपने कांटो की वजह से खतरनाक होता है

खतरा होने पर यह अपने कांटों को फैलाकर दुश्मन पर वार करता है

डॉ. जेफ्री कार्प और एमआईटी के राबर्ट ने साही के कांटो पर निरीक्षण किया है

उन्होंने पाया कि इसके कांटे आगे से नुकीले होते हैं

इन पर माइक्रोस्कोपिक लेवल पर और कांटे होते हैं

ये अतिसूक्ष्म कांटे, कांटा धंसने की विपरीत दिशा में होते हैं

जब किसी जानवर को साही का कांटा लगता है

तो ये कांटे धीरे धीरे अंदर धंसते चले जाते हैं

कुछ दिनों बाद जानवर के गहरा जख्म हो जाता है

जिसके कारण वह मर जाता है