माना जाता है कि कुत्तें रात को आत्माओ को देखकर रोते है. कुत्ते को भैरव बाबा का वाहन माना जाता है. ज्योतिषों के अनुसार, कुत्ते का रोना कुछ अशुभ होने का संकेत होता है. माना जाता है कि किसी पालतू कुत्ते का रोना पूर्वज के दिखने के कारण भी हो सकता है. दरअसल, कुत्ते रोते नहीं है बल्कि इसे हाउल करना कहते हैं. कुत्ते के रोने के पीछे कुछ वैज्ञानिक कारण भी बताए जाते हैं. कुत्तों का रोना एक दूसरे को मेसेज देने का तरीका माना जाता है. कुत्तों को जब परेशानी होती है तो वो रोकर साथियों को संकेत देते है. कुत्ते को चोट लगने पर भी वो हाउल करता हैं. रात को हाउल कर वो अपने साथियों को बुलाते है क्योंकि उन्हें अकेले रहना पसंद नहीं होता.