दरअसल, थिएटर के अंदर उसका कोई दूसरा कॉम्पिटीटर नहीं होता

थिएटर के स्टॉल के अलावा खाने की चीजों के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं होता

ऐसे में अगर खाना है तो फिर कीमत कुछ भी हो वहीं से खाना पड़ता है

कई बार थिएटर मालिकों को घाटे में जाकर फिल्म के टिकटों को बेचना पड़ता है

उन्हें बॉक्स ऑफिस से होने वाले फायदे का बड़ा हिस्सा डिस्ट्रीब्यूटर्स को देना होता है

ऐसे में उनके पास रेवेन्यू के लिए फूड एंड बेवरेज की बिक्री ही कमाई का बेहतर जरिया होती है

टिकट की कीमत इसलिए भी कम की जाती है ताकि बड़ी संख्या में लोग आएं

और फिर दूसरे आइटम (फूड) के माध्यम से वो कमाई कर सकें

इस वजह से थिएटर में चीजें महंगी मिलती है.