आप चाहे शराब पीते हो या नहीं, लेकिन पटियाला पैग के बारे में आपने जरूर सुना होगा

तो आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे इसका नाम पटियाला पैग पड़ा

और क्या है इसकी खासियत

'पटियाला पैग' 1920 में पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह की देन है

ब्रिटिश एकादश से हुए क्रिकेट मुकाबले में महाराजा ने अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए थे

इस मैच की पार्टी में 'पटियाला पैग' का जन्म हुआ

महाराजा भूपिंदर सिंह ने पार्टी में सारे क्रिकेटरों को बुलाया और पार्टी की

इस पैग की मात्रा कम से कम 90 ML तक होती है

पटियाला पेग कोई आम पेग नहीं बल्कि बड़ा स्ट्रॉन्ग पेग होता है.