महारथी कर्ण के किस्से हम में से कई लोगों ने सुने होंगे कर्ण का जन्म यदुवंशी राजा शूरसेन की पुत्री कुंति से हुआ कर्ण के जन्म के समय कुंति कुवारी थीं कर्ण कुंती को एक वरदान के कारण प्राप्त हुए कहा जाता है, सूर्य कुंती के पास प्रकट हुए और उन्हें शिशु का वर दिया वह शिशु कोई और नहीं कर्ण थे कुंवारी कुंती कर्ण को अपनी कोख से जन्मा देखकर घबरा गई थीं किसी को पता ना चले इसलिए उन्होंने कर्ण को गंगा में बहा दिया कर्ण बेहद तेजस्वी थे. उनके बारे में कई कहानियां प्रचलित हैं कर्ण को दानवीर कर्ण के रूप में भी जाना जाता है