अखिर क्यों साबुन नहाने की हो या कपड़े धोने की झाग का रंग सफेद ही होता है? इसका जवाब , विज्ञान की भाषा में, परावर्तन या रिफ्लेक्शन हैं. दरअसल, किसी भी वस्तु का अपना कोई मूल रंग नही होता है. उसका रंग प्रकाश के रंगों के अवशोषण और परावर्तन के आधार पर तय होता है. अगर कोई वस्तु प्रकाश के सभी रंगों को परावर्तन कर दे तो वो सफेद रंग का दिखता है. वहीं, रंगों को अवशोषित करने पर वस्तु काले रंग की दिखती है. इसी सिद्धांत से साबुन का झाग हमेशा सफेद बनता है. साबुन के झाग पर पड़ने वाले प्रकाश के सभी रंगों का परावर्तन हो जाता है. साबुन का झाग कोई ठोस पदार्थ नहीं है. यह छोटे बुलबुलों से मिलकर बनता है. सफेद बादलों दिखने के पीछे भी यहीं विज्ञान है.