इस दौर में हर किसी के पास मोबाइल फोन है

मोबाइल फोन को चार्ज करने के लिए चार्जर की जरूरत होती है

चार्जर सॉकेट में लगे होने के बाद भी करंट नहीं लगता है

मोबाइल फोन के चार्जर में बिजली आउटपुट के रूप में मिलती है

उससे करंट DC में रेक्टिफाई हो जाता है

जिसका संभावित अंतर 5V, 9V, 12V अधिकतम होता है

मानव शरीर में एक निश्चित मात्रा में प्रतिरोधक क्षमता होती है

इस वजह से संभावित अंतर की ये छोटी मात्रा बॉडी को प्रभावित नहीं करती है

यही कारण है कि हमें करंट नहीं लगता है

इस तरह चार्जर सॉकेट में लगे होने के बावजूद भी करंट नहीं लगता है