रोशनी कई रंगों से बनी होती है

कोई भी ठोस या तरल पदार्थ छोटे-छोटे कणों से बना होता है

जब इन कणों पर प्रकाश पड़ता है तो

ये प्रकाश से कुछ रंग सोख लेते हैं और कुछ रंग नहीं सोख पाते

परावर्तित होने वाले रंग हमारी आंखों में पहुंचते हैं

इसलिए हमें वह चीज उस रंग की प्रतीत होती है

इसी तरह हमें हर चीज का एक रंग नजर आता है

लेकिन पानी का कोई रंग क्यों नहीं होता है?

दरअसल, पानी सभी रंगों को परावर्तित कर देता है

इसलिए पानी रंगहीन और पारदर्शी दिखता है