बच्चों हों या बड़े सभी को छुट्टी का इंतजार रहता है

और ज्यादातर लोगों की छुट्टी रविवार को रहती है

इसके पीछे कई कारण हैं

उड़ीसा पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, संडे या रविवार को लेकर कई मान्यताएं भी रही हैं

प्राचीन सभ्यता में रवि यानी सूर्य की पूजा का काफी महत्व रहा है

धीरे-धीरे इसे पूजा से जोड़ा जाने लगा

इसलिए इसका नाम सन-डे पड़ा

फिर उसके बाद ब्रिटिश गवर्नर जनरल ने बच्चों की छुट्टी संडे को रखी

जिससे वो कुछ न कुछ क्रिएटिव करते रहें

ऐसे करते-करते सभी देशों ने संडे को नेशनल हॉलिडे बनाना शुरू कर दिया.