कुछ लोग अभिवादन करते समय नमस्ते की जगह राम राम कहते है. आज जानते है राम एक की जगह दो बार क्यों बोला जाता है. राम शब्द दो धातुओं- रम् और घम से बना है. रम् का अर्थ है रमना और घम का अर्थ है ब्रह्मांड का खाली स्थान. इसके पीछे प्रमुख वजह अंक ज्योतिष है. हिंदी वर्णमाला में 'र' 27वें स्थान, 'आ' दूसरे स्थान, और 'म' 25वें स्थान पर आता है. इनको जोड़ने पर 27+2+25 = 54 अंक आता है. यानी राम राम से 108 अंक का योग पूरा होता है. राम राम बोलना 108 मानकों की एक माला पर राम नाम जपने के बराबर है. माला के 108 मनको का संबंध व्यक्ति की सांसों से माना गया है. वैदिक दृष्टिकोण के अनुसार पूर्ण ब्रह्म का मात्रिक गुणांक 108 है.