हैदराबाद के अड़ियल निजाम एक स्वतंत्र राज्य के शासक रहना चाहते थे

सातवें निजाम मीर उस्मान अली खान भारत से विलय नही करना चाहते थे

कहा जाता है निजाम पाकिस्तान की मदद से एक मुस्लिम राज्य बनना चाहते थे

इसी दिन लोगों को मुस्लिम शासक से मुक्ति दिलाई गई थी

ये इसे मुक्ति दिवस के रूप में मनाना चाहते थे

निजाम हैदराबाद को डोमिनियन स्टेट का दर्जा देना चाहते थे

साथ ही वह इसे ब्रिटिश कॉमनवेल्थ का सदस्य भी बनाना चाहते थे

13 सितंबर 1948 को पोलो ऑपरेशन चलाया गया था

हैदराबाद को भारत में शामिल करने के लिए सेना का सहारा लेना पड़ा

108 घंटे के ऑपरेशन के बाद 17 सितंबर 1948 को ये भारत का हिस्सा बन गया.