पहले भारतीय क्रिकेट के कोच बनने के लिए पूछा जाता था कि कितना क्रिकेट खेला है

लेकिन अब ये धारणा बदलती जा रही है

हैदराबाद के के पूर्व बाएं हाथ के स्पिनर आर श्रीधर पूर्व कोच रवि शास्त्री के नेतृत्व वाले कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे

मौजूदा फील्डिंग कोच टी दिलीप ने इस धारणा को पूरी तरह से बदल दिया है

उन्होंने साबित किया कि बड़ा कोच बनने के लिए क्रिकेटर होने की जरुरत नहीं है

इसमें अहम बात ये है कि आप खिलाड़ियों से कितना अच्छा प्रदर्शन करा पाते है

टी दिलीप राज्य क्रिकेट एकेडमी के जूनियर खिलाड़ियों को कोचिंग देते थे

इस विश्व कप में हर मैच के बाद बेस्ट फील्डर को खास आवार्ड दिया जा रहा है

अंतिम मैच में इंडिया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जबरदस्त परफॉर्मेंस किया

टी दिलीप के परिवार ने कभी भी उनकी क्रिकेट महत्वाकांक्षाओं का समर्थन नहीं किया