मध्यकाल में कई ऐसे मुगल शासक हुए जिनके जुल्म और अत्याचारों से लोग कांपते थे



ऐसा ही दिल्ली में मुगल शासक औरंगजेब था, जो भारतीय इतिहास का सबसे क्रूर मुस्लिम शासक माना जाता है



औरंगजेब भारत पर राज करने वाला छठा मुगल शासक था, उसके पिता का नाम शाहजहां था



औरंगजेब अपने आस-पास कोई Rival नहीं रखता था इसीलिए उसने वफादारी जानने के लिए सरमद से कलमा पढ़ने के लिए कहा



लेकिन फकीर सरमद ने पूरा कलमा नहीं पढ़ा जिसके बाद औरंगजेब ने उसका सिर धड़ से अलग कर दिया



कहा जाता है कि सरमद का शरीर अपने कटे हुए सिर को हाथ में लेकर नाचने लगा था



सरमद के शरीर ने नाचते हुए कलमा पढ़ा, मानो वो कह रहा हो कि उसने अल्लाह को पा लिया है



सरमद अपना कटा सिर लिए शाह की मजार की तरफ चल दिया, वहीं मजार पर गिरा और वही उसे दफन कर दिया गया



सरमद की कहानी का जिक्र अरुंदती राय की किताब गॉड ऑफ स्माल थिंग्स में भी है. इसको मां काली से जोड़ कर भी दिखाया जाता है



दो धर्मों के मिथकों का इस तरह इतिहास के पन्नो में मिलना एक सुखद संयोग जैसा है