कहां लग गया गाय के डकार लेने पर टैक्स?

Published by: एबीपी न्यूज

आपने कई चीजें सुनी होंगी जोकि काफी अजीबो-गरीब होती हैं. इन्हीं में से एक गाय की डकार पर लगने वाला टैक्स भी है

अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है कि गाय की डकार पर टैक्स लगा दिया जाए. जी हां, यह बिल्कुल सच है

दरअसल, डेनमार्क गायों की डकार पर टैक्स लगाने वाला पहला यूरोपीय देश बन चुका है. किसानों ने इसे लेकर सरकार से समझौता किया है

DW की रिपोर्ट के मुताबिक, गायों की डकार में मीथेन होती है जोकि जलवायु के लिए हानिकारक गैस है. किसान इन गायों के लिए टैक्स दे रहे हैं

मवेशी ब्रीडर का इसको लेकर कहना है कि गायें जुगाली करती हैं तो आहार उनकी कई आंतों से गुजरता है, जिससे मीथेन बनती है

इस प्रक्रिया में बनने वाली मीथेन डकार के जरिए बाहर निकलती है. मीथेन गैस जलवायु के लिए कार्बन डाई ऑक्साइड से भी ज्यादा हानिकारक है

एक टन मीथेन के लिए 40 यूरो सालाना टैक्स लगाया जाता है. यह 10 गायें साल भर में इतनी मीथेन गैस रिलीज करती हैं

गायों की डकार जब वातावरण में मिलती है तो यह घुल जाती है, जोकि इंसानों के लिए काफी हानिकारक होती है

मीथेन गैस के वातावरण में मिलने के बाद इंसानों के साथ ही यह ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ाने का भी जिम्मेदार है