क्या आपने सुपर डॉग का नाम सुना है? उत्तरी यूक्रेन के चेरनोबिल एक्सक्लूजन जोन में रहने वाले कुत्तों में सुपर पावर आ गई है.



वैज्ञानिकों ने बताया कि चेरनोबिल जोन में रहने वाले 116 आवारा कुत्तों के खून में ऐसे जीन पाए गए हैं, जो कुत्तों की बाकि प्रजातियों से काफी अलग हैं.



डेली मेल के मुताबिक, इस जोन के विषैले वातावरण में लंबे समय तक रहने के कारण कुत्तों में एंटी रेडिएशन और हाई इम्युनिटी जैसी सुपर पावर विकसित हो गई है.



इन कुत्तों में 52 तरह के खास जीन पाए गए हैं, जो विषैले क्षेत्र में रहने के कारण पैदा हुए हैं. जिससे इनमें जेनेटिक्स बदल गया है.



इन इलाकों में रहने वाले भेड़िए और पेड़ों में रहने वाले मेंढकों में भी रेडिएशन को झेलने और लंबे समय तक जीवित करने की क्षमता बढ़ गई है.



साल 2018 से 2019 के बीच कोलंबिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक नॉर्मन जे. क्लेमन और उनकी टीम ने चेरनोबिल जोन में रहने वाले कुत्तों के ब्लड सैंपल लिए थे.



इन ब्लड सैंपल को जांच के लिए अमेरिका भेजा गया था, जिसमें ये पता चला कि जानवरों के शरीर में 400 नए जेनेटिक लोकेशन मिले, जो बाकी जीवों से अलग है.



यूक्रेन के चेरनोबिल में 26 अप्रैल 1986 में दुनिया की सबसे बड़ी रेडिएशन लीक दुर्घटना हुई थी, इस कारण से इंसानों के लिए यहां रेडिएशन स्तर छह गुना ज्यादा हो गया था.



रेडिएशन बढ़ने से सरकार ने इन इलाकों से लोगों को विस्थापित कर दिया था, लेकिन पालतू जानवरों को वहीं छोड़ने को कहा गया था.



उस समय से इस जगह को चेरनोबिल एक्सक्लूजन जोन कहा जाता है. लगभग 900 कुत्ते इस विषैले वातावरण में रह रहे हैं.